DIFFERENCE BETWEEN DECREE AND ORDER, CIVIL PROCEDURE CODE,1908 ( डिक्री और आदेश में अंतर )

Adv. Madhu Bala
0

डिक्री और आदेश में अंतर


डिक्री

  • डिक्री वाद में पारित की जाती है |
  • सभी विवादग्रस्त विषयों में अधिकारों का निपटारा पूर्ण रूप से  कर देते हैं |
  • डिक्री प्रारंभिक या अंतिम हो सकती है |
  • जब तक अन्यथा प्रावधान ना हो प्रत्येक डिक्री की अपील होती है |
  • डिक्री में प्रथम व द्वितय  अपील होती है |
आदेश

  • आदेश वाद याचिका या आवेदन में जारी किया जाता है |
  • सभी विवाद ग्रस्त विषय  के  अधिकारों का निपटारा कर भी सकते हैं और नहीं भी होता है |
  • आदेश हमेशा अंतिम होता है |
  • सभी आदेश अपील योग्य नहीं होते हैं |
  • आदेश में दूसरी अपील नहीं होती है |
Qus :- डिक्री  कितने प्रकार की होती है ?
Ans :-डिक्री तीन प्रकार की होती है- प्रारंभिक डिक्री, अंतिम डिक्री, अंशत प्रारंभिक या अंशत अंतिम डिक्री |


Qus :-संहिता किस प्रकार के वाद में प्रारंभिक डिक्री  देने का उपबंध करती है ?
Ans :- कब्ज़ा  और अंत-कालीन लाभ, प्रशासन वाद, हक़शुफा वाद, संपत्ति विभाजन, पृथक कब्जे का वाद      ,पुरोबंध वाद, बंधक संपत्ति विक्रय वाद , मालिक और एंजेंट  के बीच लेखा वाद |

Qus :- क्या वाद में एक से अधिक प्रारंभिक डिक्रीयाँ  जारी हो सकती हैं ?
Ans :- हां, यदि वाद की परिस्थितियों में ऐसा करना न्यायोचित और आवश्यक हो | 

Post a Comment

0 Comments
Post a Comment (0)
To Top